ग्वालियर
डबरा क्षेत्र के एक गांव में कुत्ते ने भैंस को काट लिया। इसके बाद कई लोगों ने उस भैंस के दूध का सेव कर लिया। भैंस को कुत्ते के काटने की जानकारी लगते ही हड़कंप मच गया। उस भैंस का दूध पीने वाले 15 लोग रैबीज के खतरे के चलते इंजेक्शन लगवाने मुरार जिला अस्पताल पहुंच गए।
एक साथ इतने सारे मरीजों को देखकर नर्सिंग स्टाफ हैरत में पड़ गया। स्टाफ ने लोगों से पूछा कि उनको कुत्ते ने कहां काटा है, तो वह बोले हमें नहीं काटा भैंस को काटा है, हमने तो सिर्फ दूध पिया है, इसलिए इंजेक्शन लगवाने यहां आए हैं।
नर्सिंग स्टाफ ने लोगों को समझाया कि दूध पीने से कोई खतरा नहीं होता, लेकिन लोग नहीं माने और एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाने के बाद ही अस्पताल से गए।
अस्पतालों में रैबीज इंजेक्शन पर्याप्तल लोगों से सतर्क रहने की अपील
जिले में कुत्ते के काटने के मामले बढ़ गए हैं। रोजाना 70 से 80 लोग एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाने जेएएच से लेकर जिला अस्पताल तक पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग भी लोगों को सतर्क रहने की अपील कर रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. सचिन श्रीवास्तव का कहना है कि अस्पतालों में रैबीज इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।