मथुरा
वृंदावन के ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर में बुधवार को दर्शन करने आए एक श्रद्धालु के ऊपर बंदरों ने ईंट गिरा दी, जिससे वह घायल हो गए, वहीं दो महिला श्रद्धालु तबीयत बिगड़ने से बेहोश हो गईं। चिकित्सकों के उपचार देने के बाद दोनों की हालत में सुधार आया।
दिल्ली के पंजाबी बाग निवासी कविता (50) पत्नी जितेंद्र अरोड़ा अपने परिवार के साथ दर्शन करने के लिए आईं थीं, तभी अचानक मंदिर के गेट चार के समीप महिला की तबीयत बिगड़ गई। घबराहट होने के साथ ही वह बेहोश हो गईं। परिजनों ने महिला को संभाला और भीड़ के बीच से मंदिर में तैनात डॉक्टरों के पास ले गए। जहां डॉक्टर ने ब्लड प्रेशर चेक किया और प्राथमिक उपचार दिया। कुछ ही समय में महिला को होश आ गया।
वहीं वृृंदावन निवासी ललिता (70) पत्नी आत्माराम परिजनों के साथ दर्शन करने आईं थीं, तभी उनकी तबीयत खराब हो गई और वह बेहोश हो गईं। परिजन उन्हें मंदिर के गेट पांच पर तैनात चिकित्सकों के पास ले गए। यहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें होश आया। मंदिर में तैनात डॉक्टर शिवम ने बताया कि श्रद्धालु महिला का ब्लड प्रेशर बहुत ही कम हो जाने से घबराहट होने के बाद वह बेहोश हो गई थीं। बीपी चेक करने के बाद प्राथमिक उपचार देने पर महिला श्रद्धालु सामान्य हो सकीं।
इधर, मंदिर के गेट दो के समीप प्रवेश करने के दौरान भवनों की छत पर उत्पात मचा रहे बंदरों ने एक ईंट नीचे गिरा दी, जो दिल्ली निवासी कुमार प्रत्यय (25) पुत्र ओमप्रकाश के सिर पर आकर लगी। इससे उनके सिर में चोट लग गई। श्रद्धालु युवक को लेकर परिजन एंबुलेंस से जिला संयुक्त चिकित्सालय पहुंचे। यहां प्राथमिक उपचार लेने के बाद वह चले गए।
इससे पहले भी मंदिर को जाने वाली गलियों और आसपास के मकानों की छतों पर रखीं ईंटें श्रद्धालुओं की परेशानी का कारण बन चुकी हैं। पिछले 15 दिनों में तीन श्रद्धालु घायल हो चुके हैं। इसके बावजूद श्रद्धालुओं की सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। अपर नगर आयुक्त सीपी पाठक ने बताया कि बंदरों के कारण श्रद्धालुओं को हो रही परेशानी को देखते हुए नगर में भी बंदर पकड़ो अभियान जल्द ही चलाया जाएगा।