उज्जैन
गणतंत्र दिवस पर उज्जैन के पास अमला गांव के एक मिशनरी स्कूल में तिरंगा न फहराने पर स्कूल के प्रिंसिपल को जेल भेज दिया गया। मामला 26 जनवरी का है। अभिभावकों ने स्कूल में विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया। स्कूल में न तो झंडा फहराया गया और न ही बच्चों को मिठाई बांटी गई। स्कूल में ताला भी लगा रहा। इससे अभिभावकों में काफी गुस्सा था।
मिशनरी स्कूल का है मामला
26 जनवरी, गणतंत्र दिवस के दिन, उज्जैन जिले के बड़नगर के पास अमला गांव में स्थित सेंट ऑगस्टिन स्कूल में तिरंगा नहीं फहराया गया। यहां तक कि बच्चों को मिठाई भी नहीं बांटी गई। स्कूल में ताला लगा रहा। इस घटना की जानकारी जब अभिभावकों को मिली तो उन्होंने स्कूल में विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने पुलिस से शिकायत की और स्कूल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
अभिभावकों की शिकायत पर कार्रवाई
अभिभावकों की शिकायत के बाद, तहसीलदार माला राय और प्रभारी बीईओ राधेश्याम परमार सोमवार को स्कूल की जांच के लिए पहुंचे। उन्होंने अभिभावकों और छात्रों के बयान दर्ज किए। अभिभावकों के गुस्से को देखते हुए, स्कूल के प्रिंसिपल अनूप ऑगस्टिन को पुलिस थाने लाया गया।
पुलिस थाने में भी पार्षद यादवेंद्र यादव, भाजपा नेता अनिल यादव, ABVP के मेहुल शर्मा और बड़ी संख्या में अभिभावक और छात्र मौजूद थे। वे प्रिंसिपल की गिरफ्तारी और स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग कर रहे थे। पुलिस ने प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया है।