भोपाल
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित होगी ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 2025, देशी-विदेशी 20 हजार से ज्यादा निवेशक होंगे शामिल, पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे दो दिवसीय GIS 2025 का शुभारंभ करेंगे। 20 हजार निवेशक हिस्सा लेंगे। इनके अलावा 25 देशों से 1000 विदेशी निवेशक भी आएंगे।
पहला दिन
आइटी एवं टेक्नोलॉजी समिट होगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन चर्चा करेंगे। एमपी मोबिलिटी एक्सपो, सेंट्रल इंडिया फेब्रिक एवं फैशन एक्सपो, एमपी लिगेसी पवेलियन की गतिविधियां व बी-टूबी मीटिंग्स भी समानांतर चलेंगी।
दूसरा दिन
सीएम उद्योगपतियों एवं निवेशकों से वन-टू-वन मीटिंग करेंगे। प्रवासी एमपी समिट, इन्फ्रॉस्ट्रक्चर एंड अर्बन डेवलपमेंट समिट और टूरिज्म समिट, एमएसएमई तथा स्टार्ट-अप समिट, माइनिंग समिट, ऊर्जा एवं नवकरणीय ऊर्जा समिट भी होंगी। दिनभर में छह थीमेटिक सेशन होंगे।
“यह आयोजन होने से पहले जितने बड़े स्थान का चयन होना चाहिए था, जितनी चीजों का ध्यान रखा जाना चाहिए था, हम वह सारा ध्यान रख रहे हैं। मुझे इस बात का बहुत संतोष है कि 30 से अधिक देशों ने इसमें शामिल होने की सहमति दे दी है। कुल मिलाकर मुख्य उद्घाटन में तीन हजार लोग और पूरे कार्यक्रम में 15 हजार से ज्यादा लोग हिस्सा लेंगे।
इस समिट में कई विशेष प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। ‘एक जिला, एक उत्पाद’ की अनूठी प्रदर्शनी इसका आकर्षण केंद्र बनेगी। इसके अलावा यहां की आदिवासी जिंदगी से परिचित होने के लिए यह स्थान एक आकर्षण का केंद्र बनेगा। मध्य प्रदेश देश का सबसे ज्यादा आदिवासियों वाला देश है। यह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है कि हम आदिवासी अंचल को पूरे विश्व के सामने रखें। यह कार्यक्रम हमारे लिए आनंद का विषय है।”
इस समिट के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि भोपाल के राजधानी बनने के बाद यह यहां होने वाले सबसे बड़े आयोजनों में से एक है. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी 24 फरवरी को शिरकत करेंगे.
30 से अधिक देश शामिल होने पर सहमत- सीएम
सीएम यादव ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि यह समिट पहली बार हमारे यहां हो रहा है. भोपाल के राजधानी बनने के बाद यह यहां होने वाले सबसे बड़े आयोजनों में से एक है.उन्होंने कहा, यह आयोजन होने से पहले जितने बड़े स्थान का चयन होना चाहिए था, जितनी चीजों का ध्यान रखा जाना चाहिए था, हम वह सारा ध्यान रख रहे हैं. मुझे इस बात का बहुत संतोष है कि 30 से अधिक देशों ने इसमें शामिल होने की सहमति दे दी है. कुल मिलाकर मुख्य उद्घाटन में तीन हजार लोग और पूरे कार्यक्रम में 15 हजार से ज्यादा लोग हिस्सा लेंगे.
10 फरवरी तक पूरा करने होंगे काम
कलेक्टर ने राजस्व, जिला उद्योग केंद्र, एमपी आईडीसी, नगर निगम, पुलिस, पीडब्ल्यूडी, बीडीए, बिजली, स्मार्ट सिटी सहित अन्य विभागों के अधिकारी को उनके विभाग से संबंधित कार्यों की जिम्मेदारी सौंप दी है. संबंधित विभागों को यहां की सड़कें, सेंट्रल वर्ज, बिजली, पार्किंग, पार्क और शहर के सौंदर्यीकरण के सभी काम चाक-चौबंद करने के लिए 10 फरवरी की डेडलाइन दी है. बता दें कि ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के लिए कलेक्टर ने एडीएम सिद्धार्थ जैन कानून व्यवस्था, निगम आयुक्त हरेंद्र नारायण को सड़कें और सौंदर्यीकरण का नोडल अधिकारी बनाया है.
1 हजार विदेशी निवेशक लेंगे हिस्सा
ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में देश और विदेश के बड़े उद्योगपति शामिल होंगे. भारत की बात करें, तो देशभर से जीईएस में करीब 20 हजार उद्योग प्रतिनिधि शामिल हो सकते हैं. वहीं विदेशों में जापान, जर्मनी, अमेरिका और इंग्लैंड समेत 20 से अधिक देशों के 1 हजार से अधिक निवेशक शामिल होंगे. जिला प्रशासन ने सभी विभागों के अधिकारियों को तय समय में काम पूरा करने के निर्देश दिए हैं.
कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया की "नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, बीडीए से उसके क्षेत्र में आने वाली सभी सड़कों, सेंट्रल वर्ग और साइड वर्ज का मेंटेनेंस करने को कहा है. स्मार्ट सिटी कंपनी को उसके अंडर में आने वाली स्मार्ट रोड, अटल पथ, स्मार्ट पार्क का जिम्मा सौंपा गया हैं. यह दोनों सड़कें ऐसी हैं, जो सीधे समिट स्थल मानव संग्रहालय तक जाती हैं. समिट के दौरान इस रोड पर ही सर्वाधिक ट्रैफिक रहेगा. यहां की रोटरी, साइड और सेंट्रल वर्ग को बेहतर बनाने के लिए कहा गया. शहर के सभी पार्कों के सौंदर्यीकरण के निर्देश भी दिए हैं. ट्रैफिक व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस को निर्देशित किया गया है. स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नगर निगम और विद्युत वितरण कंपनी को सौंपी गई है.