ईओडब्लू की सात सदस्यी टीम ने महिला बाल विकास विभाग में मारा छापा, मचा हड़कंप
चम्मच, जग व थाली खरीदी के नाम पर 5 करोड़ के गड़बड़ झाला का आरोप
सिंगरौली
सिंगरौली महिला बाल विकास विभाग मे 1550 आंगनबाड़ी केन्द्रो के लिए चम्मच, जग व थाली खरीदी के नाम 4 करोड़ 98 लाख रूपये के हुए भारी भरकम घोटाले की जाँच के लिए आर्थिक अपराध शाखा रीवा की सात सदस्यी टीम आज दोपहर महिला विकास विभाग मे दबिश दी. इस दौरान डीपीओ राजेश राम गुप्ता तो नदारद रहे . ईओडब्लू टीम ने प्रभारी डीपीओ से सामान खरीदी के दस्तावेज लेकर गहन जाँच पड़ताल शुरू कर दी है. डीपीओ मे बर्तन घोटाले के आलावा अन्य कई सामानो के खरीदी का पर्दाफास कर सकती है.
जानकारी के अनुसार ईओडब्लू निरीक्षक मोहित सक्सेना के नेतृत्व मे उप निरीक्षक अभिषेक पाण्डेय, संतोष पाण्डेय, प्रधान आरक्षक कुल भूषण द्विवेदी, पुष्पेंद्र पटेल, घनश्याम त्रिपाठी व आरक्षक संतोष मिश्रा की सात सदस्यी टीम शुक्रवार को महिला बाल विकास विभाग सिंगरौली मे दबिश दी है जहाँ 1550 आंगन बाड़ी केन्द्रो मे चम्मच, जग व थाली आदि बर्तन खरीदी के नाम पर हुए 4 करोड़ 98 लाख के भारी भरकम घोटाले की पड़ताल शुरू कर दी है. निरीक्षक श्री सक्सेना के अनुसार महिला बाल विकास विभाग अधिकारी राजेश राम गुप्ता कार्यालय मे नही है. बताया गया कि वह किसी आवश्यक विभागीय कार्य से भोपाल गये है. प्रभारी डीपीओ आर पी सिंह से उक्त सामानो के खरीदी के आवश्यक सभी दस्तावेजों को मांग कर जाँच की जा रही है, पूरी जाँच होने के बाद ही बर्तन घोटाले आरोप की सत्यता का पता चलेगा. श्री सक्सेना के अनुसार बर्तन के साथ अन्य सामान खरीदी के दस्तावेजों की जाँच करेंगे.
ग़ौरतलब हो कि जब चम्मच, जग व थाली खरीदी के नाम पर 5 करोड़ रूपये के भ्रस्टाचार का मामलला जब उजागर हुआ था तो मीडिया के सवालों के जवाब मे महिला बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने इसकी जाँच कराने का आश्वासन दिया था. माना जा रहा है कि उनके आदेश पर यह कार्यवाही हो रही है. और बर्तन के आलावा कई अन्य घोटालो का भी पर्दाफास हो सकता है.
आरोप है कि महिला बाल विकास विभाग ने जिले की 1550 आंगनबाड़ियों के लिए 4 करोड़ 98 लाख 88 हजार 300 रुपए में बर्तन खरीदे थे। जैम पोर्टल के जरिए इस खरीदी में 3100 जग, 629 सर्विस स्पून और 40 हजार 500 चम्मच शामिल हैं। जिनमें एक साधारण चम्मच की कीमत 810 रुपए, एक सर्विस स्पून की कीमत 1,348 रुपए और एक जग की कीमत 1,247 रुपए आंकी गई, जो बाजार मूल्य से कई गुना अधिक है।
बर्तन खरीदी मे हुए भारी भरकम घोटाले की जाँच करने पहुंची टीम से आदिवासी विकास विभाग मे हुए लगभग 3करोड़ घोटाले की भी जाँच की मांग उठने लगी. सूत्रों की माने तो चर्चित महिला बाल विकास अधिकारी राजेश राम गुप्ता के पास आदिवासी विकास विभाग का भी प्रभार है. इनके कार्यकाल मे विभाग मे 3 करोड़ रूपये का फर्नीचर ख़रीदा गया है. ई ओ डब्ल्यू टीम को उसकी भी जाँच करनी चाहिए.