महाशक्तिशाली लेजर वेपन की फायरिंग का अमेरिका ने जारी किया फोटो

न्यूयॉर्क

 अमेरिका ने क्लासीफाइड तस्वीर जारी कर अपने युद्धपोत से ड्रोन को नष्ट करने वाले लेजर को फायर करते दिखाया है। इस लेजर हथियार का नाम HELIOS लेजर सिस्टम है। इसे यूएसएस प्रीबल अर्ले बर्क क्लास विध्वंसक से फायर किया गया है। इस हथियार को ड्रोन से खतरों से निपटने के लिए खास तौर पर तैयार किया गया है। अमेरिका के युद्धपोतों ने पिछले कुछ महीनों में बड़ी संख्या में ड्रोन हमलों को विफल किया है, लेकिन इसके लिए उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ी है। लेकिन, अब इस लेजर वेपन से कम खर्च में दुश्मन के ड्रोन को नष्ट किया जा सकेगा।

हेलिओस लेजर वेपन ने ड्रोन को मार गिराया
यूएस सेंटर फॉर काउंटरमेजर्स (CCM) के अनुसार, तस्वीर में देखा गया है कि अमेरिका के हेलिओस लेजर वेपन ने एक ड्रोन को मार गिराया। हेलिओस का अर्थ है 'हाई एनर्जी लेजर विद इंटीग्रेटेड ऑप्टिकल-डैज़लर एंड सर्विलांस।' इस लेजर हथियार को लॉकहीड मार्टिन ने अमेरिकी नौसेना की सहायता के लिए विकसित किया है। इसे अमेरिकी युद्धपोतों और महत्वपूर्ण जमीनी लक्ष्यों को सुरक्षित करने के लिए तैनात करने की योजना है।

120 किलोवाट की एनर्जी पैदा कर सकता है हेलिओस
हेलिओस लेजर वेपन 60 किलोवाट से अधिक की शक्ति पर काम करने में सक्षम है। उम्मीद है कि यह लेजर वेपन एक दिन यह परिचालन आवश्यकताओं के आधार पर 120 किलोवाट पर विस्फोट करने में सक्षम होगा। इस हथियार के इंटीग्रेटेड ऑप्टिकल डैज़लर तत्व दुश्मन को अस्थायी रूप से अंधा भी कर सकते हैं। यह दुश्मन के जहाजों के निगरानी सेंसर को निष्क्रिय करने में भी मदद कर सकता है। इसके अलावा यह रात के समय निगरानी का भी काम कर सकता है।

2021 में हुआ था पहला परीक्षण
अर्ले बर्क-क्लास के विध्वंसक पर हेलिओस लेजर का पहला समुद्री परीक्षण 2021 में वर्जीनिया के वॉलॉप्स द्वीप पर हुआ था। इस नए वीडियो को पहली बार पिछले महीने CCM की वार्षिक रिपोर्ट में दिखाया गया था। रिपोर्ट के अनुसार: "CCM ने मानव रहित हवाई वाहन लक्ष्य के विरुद्ध एकीकृत ऑप्टिकल डैजलर और निगरानी प्रणाली के साथ HEL की कार्यक्षमता, प्रदर्शन और क्षमता को सत्यापित करने और मान्य करने के लिए USS प्रीबल (DDG 88) पर नौसेना के प्रदर्शन का समर्थन किया। यह स्पष्ट नहीं है कि परीक्षण कब और कहां हुआ।

USS प्रीबल को हेलिओस से किया गया लैस
USS प्रीबल, HELIOS से लैस होने वाला पहला अमेरिकी नौसेना पोत है। HELIOS के सबसे बड़े तकनीकी लाभों में से एक यह है कि यह तब तक फायर कर सकता है जब तक इसके पास पावर स्रोत है। यह इसके उपयोग में लगभग असीमित होने की अनुमति देता है और वर्तमान में युद्धपोतों को प्रभावित करने वाले सामान्य ठहराव और बाधाओं को कम करने में मदद करता है। यह एजिस कॉम्बैट सिस्टम के साथ जुड़ा हुआ पहला उन्नत लेजर हथियार भी है। यह इसे अधिक दक्षता के साथ खतरों को ट्रैक करने, संलग्न करने और बेअसर करने की अनुमति देता है।

More From Author

एनसीसी और एनएसएस से मिल रही है चरित्र निर्माण से राष्ट्र निर्माण की शिक्षा : राज्यपाल पटेल

जापान यात्रा में उम्मीदों से बढ़कर मिली सफलताएँ : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

city24x7.news founded in 2021 is India’s leading Hindi News Portal with the aim of reaching millions of Indians in India and significantly worldwide Indian Diaspora who are eager to stay in touch with India based news and stories in Hindi because of the varied contents presented in an eye pleasing design format.