कोटा
सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन की टीम ने कोटा रेल मंडल में कार्यरत एक रेल कर्मचारी के खिलाफ डमी रूप से परीक्षा पास करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही एक महिला को भी इस पूरे मामले में आरोपी बनाया गया है जो की डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा में बैठी थी। वहीं रेलवे के अज्ञात अधिकारियों की मिलीभगत का भी आरोप इस पूरे मामले में लगा है।
सीबीआई की टीम ने करौली, कोटा और अलवर सहित कई जगह पर दबिश दी थी। आरोपी महिला आशा मीणा कोटा रेल मंडल के सोगरिया रेलवे स्टेशन पर प्वांइट्समैन की ड्यूटी पर कार्यरत है। सीबीआई ने इस संबंध में प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा कि पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर मुख्यालय से उन्हें एक शिकायत प्राप्त हुई थी। जिसमें डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा पास करने का आशा मीणा पर आरोप लगा था। मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
जानकारी में सामने आया है कि शुक्रवार को सीबीआई की एक टीम कोटा पहुंची। टीम ने भदाना रोड स्थित एक रेलवे कर्मचारी के घर पर सर्च किया। करीब 2 घंटे जांच पड़ताल के बाद सीबीआई की टीम वापस निकल गई। टीम ने कई महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट और सबूत भी बरामद किए हैं। सीबीआई को शक है कि इस पूरे फर्जीवाड़े में कुछ रेलवे अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं।
वहीं, दूसरी तरफ एक मामले में एक व्यक्ति मनीष मीणा ने भी अपनी ही पत्नी सपना मीणा पर आरोप लगाते नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की थी। 15 दिन पहले मनीष मीणा ने बताया था कि उसकी पत्नी सवाई माधोपुर की रहने वाली है। जिसने साल 2019 में आरआरबी बोर्ड अजमेर से ग्रुप डी की भर्ती में ऑनलाइन आवेदन किया था। मनीष ने आरोप लगाया कि आवेदन करते समय फोटो, साइन और फिंगर मिक्सिंग करके लगाए गए। सपना ने अपने रिश्तेदार के जरिए 15 लाख रुपए में दूसरी लड़की को डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा में बैठाया था। साल 2023 में यह परीक्षा आयोजित की गई थी।