सुल्तानपुर
महाकुंभ और अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के एक साल पूरे होने के बाद सुल्तानपुर में यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ हो रही है। रविवार को भी प्रयागराज-अयोध्या और रायबरेली-अयोध्या हाइवे पर लगे भीषण जाम में हजारों श्रद्धालु फंस गए। ट्रैफिक के बुरे हाल का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एडीजी डायल 112 मीरा रावत और प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश की गाड़ी भी जाम में फंस गई। दूसरी ओर श्रद्धालुओं ने व्यवस्था के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया और कहा कि उन्हें तीन दिनों से न खाना मिला है और न ही पानी।
जम्मू से आई महिला श्रद्धालुओं ने व्यवस्था के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि तीन दिनों से न उन्हें खाना मिला है और न ही पीने का पानी। यहां तक कि प्रशासन की ओर से कोई सहायता नहीं मिल रही है। महाकुंभ के शुरू होने के बाद से ही ऐसी स्थिति जिले में बनी हुई है। पुलिस द्वारा वाहनों को बैरिकेडिंग करके रोक रहे हैं, जिससे श्रद्धालुओं और पुलिस के बीच रोजाना विवाद की स्थिति बन रही है।
रायबरेली-अयोध्या हाइवे पर हलियापुर के कूरेभार तिराहे पर भी श्रद्धालुओं को रोका गया। जिससे दो किलोमीटर तक लंबा जाम लग गया है। रात नौ बजे जाम खुला था लेकिन एक घंटे बाद ही रूट को फिर से बंद कर दिया गया। इस व्यवस्था से श्रद्धालुओं में नाराजगी देखने को मिल रही है।
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़
महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ रविवार को भी देखने को मिली। देश के कोने-कोने से लोग संगम में डुबकी लगाने आए हुए हैं। संगम घाट से लेकर पूरे मेला क्षेत्र में तिल रखने तक की जगह नहीं है। इसका असर प्रयागराज शहर में भी देखने को मिल रहा है। प्रयागराज को जोड़ने वाले वाराणसी, जौनपुर, मिर्जापुर, कौशाम्बी, रीवां सहित सभी सातों मार्ग पर भीषण जाम की स्थिति देखने को मिली। जाम की वजह से फोर व्हीलर व टूव्हीलर तो दूर पैदल चलने तक की जगह नहीं मिली।