खंडवा
मध्य रेलवे के सीमावर्ती खंडवा स्टेशन तक डबल डेकर मालगाड़ी रुट परिवर्तन के कारण पहुंच गई। यहां यार्ड पर ओएचई की ऊंचाई डबल डेकर के हिसाब से कम होने से ट्रेन को आउट पर रोक दिया गया। इससे बड़ा हादसा टल गया।
बताया जा रहा है कि मामले की संयुक्त जांच के आदेश सेंट्रल रेलवे ने जारी किए हैं। सोमवार 10:30 बजे से ही मंडल स्तर पर भुसावल में समीक्षा बैठक शुरू हो गई है। डीआरएम द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में समीक्षा की जा रही है।
18 स्टेशनों से होते हुए पहुंच गई
रविवार को आंध्र प्रदेश के पेनुकोंडा से गुडगांव के फारुखनगर जा रही डबल डेकर मालगाड़ी जलगांव से गलत ट्रैक पर 18 स्टेशनों से होते हुए करीब 147 किमी खंडवा पहुंच गई। इस गलती का पता यहां स्टेशन के यार्ड में ओएचई से डबल डेकर के इंजन के पहले डिब्बे की छत को चिपके से बिजली सप्लाई बंद हो गई। इससे खलबली मच गई। मालगाड़ी में 264 एसयूवी कार लगभग 66 करोड़ रुपये कीमत की लदी हुई थी।
ट्रेनों की आवाजाही पर कोई प्रभाव नहीं
मालगाड़ी यार्ड के ट्रैक पर मालगाड़ी होने के कारण ट्रेनों की आवाजाही पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। मालगाड़ी को छह फरवरी को पेनुकोंडा से रवाना मालगाड़ी को जलगांव से अमलनेर वाया गुजरात-राजस्थान होते हुए हरियाणा के फारुखनगर पहुंचना था। रेलवे के अधिकारियों की गलती से मालगाड़ी हादसे के बाद खंडवा स्टेशन यार्ड में करीब पांच घंटे खड़ी रही।
टीआरडी टीम मौके पर पहुंची
बताया जाता है कि रविवार दोपहर खंडवा स्टेशन के होम सिग्नल से डाउन ट्रैक पर भुसावल की ओर से मालगाड़ी इटारसी की ओर जाने के लिए पहुंची। पहले डिब्बे का ऊपरी हिस्सा खंभा नंबर-567/6ए के पास ओएचई से चिपकने लगा। इसकी सूचना मिलने पर मौके पर टीआरडी की टीम पहुंची। मोके पर जांच उपरांत मालगाड़ी को वापस भेजने का निर्णय लेकर वापस भुसावल रवाना कर दिया गया।
आउटर से वापस भेज दिया गया
खंडवा रेलवे स्टेशन मैनेजर अरविंद कुमार साहा ने बताया कि मालगाड़ी किस रूट से जाएगी। इसका कंट्रोलर और उच्च स्तर पर निर्णय होता है। खंडवा स्टेशन पर ओएचई लाइन की ऊंचाई कम होने से वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा उपरांत मालगाड़ी को आउटर से वापस भेज दिया गया। इससे ट्रेनों की आवाजाही पर कोई फर्क नहीं पड़ा।