प्रयागराज में महाकुंभ धार्मिक आयोजन से लाखों को रोजगार, होटल और ढाबों में भीड़

 प्रयागराज
 प्रयागराज में महाकुंभ मेला 2025 के चलते करोड़ों श्रद्धालु गंगा स्नान और धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए उमड़ रहे हैं। मेरठ से प्रयागराज जाने वाले मार्गों पर जनसैलाब और श्रद्धालुओं की भीड़ से हाईवे गुलजार हो गए हैं। इस धार्मिक आयोजन के कारण लाखों लोगों को रोजगार मिला है। होटल, ढाबे, पेट्रोल पंप से लेकर सड़क किनारे रेहड़ी पटरी वालों तक सभी को इसका आर्थिक लाभ मिल रहा है।

महाकुंभ के चलते प्रयागराज और आसपास के सभी होटलों में श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिल रही है। मेरठ से प्रयागराज जाने वाले रास्ते पर स्थित ढाबों और रेस्टोरेंट में भी लोगों की भारी संख्या देखी गई। ढाबों में सामान्य दिनों की तुलना में तीन से चार गुना ज्यादा ग्राहक पहुंच रहे हैं, जिससे इन व्यवसायियों की आमदनी में जबरदस्त इजाफा हुआ है।

हाईवे और उससे जुड़े मार्गों पर हजारों की संख्या में अस्थायी दुकानें भी लग गई हैं। सड़क किनारे पानी की बोतल, चाय-नाश्ता, खाने-पीने की चीजें बेचने वाले छोटे व्यापारियों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। कई छोटे व्यापारी इसे अपने लिए रोजगार का बेहतरीन अवसर मान रहे हैं।

पेट्रोल पंपों पर लगी लंबी कतारें, कई जगह ईंधन खत्म

प्रयागराज जाने वाले मार्गों पर स्थित पेट्रोल पंपों पर वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं। बड़ी संख्या में श्रद्धालु अपने निजी वाहनों से महाकुंभ में भाग लेने के लिए रवाना हुए हैं, जिसके चलते पेट्रोल और डीजल की खपत कई गुना बढ़ गई है। कई पेट्रोल पंपों पर तो ईंधन खत्म होने की नौबत आ गई, जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। मेरठ निवासी उमेश शर्मा, जो परिवार सहित प्रयागराज जा रहे थे, उन्होंने बताया कि हाईवे पर एक पेट्रोल पंप पर 45 मिनट तक लाइन में लगने के बाद भी उन्हें पेट्रोल नहीं मिल सका।

ऑटो, ई-रिक्शा और बोट वालों ने यात्रियों की मजबूरी का उठाया फायदा

महाकुंभ में भीड़ बढ़ने के कारण प्रयागराज में स्थानीय परिवहन सेवा महंगी हो गई है। ऑटो और ई-रिक्शा चालकों ने मनमाने किराए वसूले। जहां सामान्य दिनों में 10 से 20 रुपये किराया लिया जाता था, वहीं अब श्रद्धालुओं से 100 से 200 रुपये तक वसूले जा रहे हैं। सबसे ज्यादा लूट बाइक सवारों ने मचाई। संगम से करीब 2 किलोमीटर पहले ही यातायात बंद कर दिया गया, जिससे श्रद्धालुओं को पैदल चलना पड़ा। इस मौके का फायदा उठाकर कुछ स्थानीय लोगों ने श्रद्धालुओं को बाइक से संगम तक छोड़ने के लिए 1000 रुपये प्रति सवारी वसूले। एक बाइक पर दो सवारियों को ले जाकर 2000 रुपये तक की कमाई की जा रही है। संगम तट पर नाविकों ने भी श्रद्धालुओं की मजबूरी का लाभ उठाया। सामान्य दिनों में जो नाव किराया 50-100 रुपये था, वह अब 500 रुपये तक पहुंच गया है। श्रद्धालु इस मनमानी से काफी परेशान नजर आए।

पुलिस की तत्परता की सराहना

भारी भीड़ के बावजूद प्रयागराज पुलिस और प्रशासन की मुस्तैदी की लोग सराहना कर रहे हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि स्थानीय पुलिस ने इस बार काफी बेहतर व्यवस्था की है। मेरठ के शहर क्षेत्र से सौरभ खाटू और उनके साथ आए लोगों ने बताया कि पुलिस हर जगह गाइड कर रही है और श्रद्धालुओं की मदद कर रही है। जिन लोगों को रास्ते की जानकारी नहीं थी, उन्हें पुलिसकर्मी सही दिशा दिखा रहे हैं। महिलाओं और बच्चों के लिए भी विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। शहर में कई स्थानों से प्रवेश मार्गी पर बड़ी बड़ी निशुल्क पार्किंग की व्यवस्था सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी के साथ की गई है। हालांकि, कुछ जगहों पर भीड़ को नियंत्रित करने में कठिनाई हुई, लेकिन कुल मिलाकर पुलिस व्यवस्था संतोषजनक रही।

विपक्ष को बताया सनातन विरोधी

महाकुंभ में स्नान करने आए कई श्रद्धालुओं ने विपक्षी दलों पर निशाना साधा। उनका कहना था कि कुछ नेता लगातार सनातन धर्म को लेकर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। श्रद्धालुओं ने कहा कि महाकुंभ केवल हिंदुओं के लिए ही नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लोगों के लिए रोजगार और आस्था का बड़ा केंद्र है। कई मुस्लिम दुकानदारों, होटल मालिकों, नाविकों और रेहड़ी-पटरी वालों को भी इसका सीधा लाभ मिला है। मेरठ निवासी रामकिशन ने कहा कि विपक्षी नेता सिर्फ एक विशेष समुदाय को खुश करने के लिए ऐसे बयान देते हैं, लेकिन हकीकत यह है कि महाकुंभ सभी के लिए लाभकारी साबित हो रहा है।

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