IMD ने प्रदेश के सभी जिलों के मौसम को शुष्क बने रहने का अनुमान जताया

भोपाल

फरवरी में मध्य प्रदेश के मौसम के अलग अलग रंग देखने को मिल रहे है। गुरुवार को प्रदेश के सभी जिलों के मौसम को शुष्क बने रहने का अनुमान है। फिलहाल किसी भी जिले को लेकर कोई बादल बारिश या सर्दी कोहरे की चेतावनी जारी नहीं की गई है।वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ के साथ ऊपरी स्तर पर हवाओं का रुख उत्तरी बना हुआ है।

एमपी मौसम विभाग की मानें तो भोपाल में आज मौसम साफ रहेगा लेकिन 10 से 12 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है। अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस तो न्यूनतम 13 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। आने वाले एक दो दिनों में प्रदेश के तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आने की संभावना है।भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर में तापमान 10 डिग्री से नीचे जा सकता है। इसके बाद फिर पारा चढ़ेगा।

मौसम वैज्ञानिक रैकवार ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के ऊपर एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हुआ है। इस वजह से बुधवार को दिन के तापमान में गिरावट देखने को मिली है। रात में भी पारा लुढ़क सकता है। 14 और 15 फरवरी को भी मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा। इसके बाद तापमान में बढ़ोतरी होगी। उन्होंने बताया, फरवरी में कई वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होंगे। इस वजह से पारे में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। फिलहाल बारिश के आसार नहीं है।

इन शहरों में लुढ़का दिन का तापमान मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को भोपाल-इंदौर में 28.8 डिग्री, धार में 28.9 डिग्री, ग्वालियर में 27.8 डिग्री, नर्मदापुरम में 29 डिग्री, पचमढ़ी में 26.1 डिग्री, रायसेन में 28 डिग्री, नरसिंहपुर में 28 डिग्री, नौगांव में 28.1 डिग्री, सीधी में 29.8 डिग्री, मलाजखंड में 29.2 डिग्री सेल्सियस रहा।

दूसरी ओर, दमोह, जबलपुर, खजुराहो, मंडला, रीवा, सागर, सतना, सिवनी, टीकमगढ़, उमरिया, बैतूल, गुना, खंडवा, खरगोन, रतलाम, शिवपुरी और उज्जैन में पारा 30 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया। खंडवा में सबसे ज्यादा 33.1 डिग्री और खरगोन में पारा 33 डिग्री दर्ज किया गया। इससे पहले मंगलवार-बुधवार की रात में भी तापमान में उतार-चढ़ाव की स्थिति देखने को मिली। शहडोल के कल्याणपुर में 9.3 डिग्री और पचमढ़ी में 9.7 डिग्री रहा। बाकी शहरों में पारा इससे अधिक दर्ज किया गया।

क्या कहता है मध्य प्रदेश मौसम विभाग

एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, जम्मू कश्मीर के आसपास सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ कमजोर पड़ गया है। इसके अलावा अभी अन्य कोई प्रभावी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है।13 फरवरी को दिन-रात के तापमान में हल्की गिरावट होगी लेकिन दिन में गर्मी का असर रहेगा। 14 फरवरी को दिन-रात का पारा गिरेगा। 15 फरवरी तक मौसम ऐसा ही रहेगा, इसके बाद तापमान में बढ़ोतरी होगी।कोई मजबूत मौसम प्रणाली के सक्रिय ना होने से फिलहाल बारिश के आसार नहीं है।

इस बार 2 महीने कड़ाके की ठंड, जनवरी में मिला-जुला असर इस बार शुरुआती दो महीने यानी, नवंबर और दिसंबर में कड़ाके की ठंड पड़ी। ठंड ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए। नवंबर की बात करें तो भोपाल में 36 साल का रिकॉर्ड टूटा। इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में भी पारा सामान्य से 7 डिग्री तक नीचे रहा।

वहीं, दिसंबर में भी ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ा। स्थिति यह रही कि पूरे प्रदेश में जनवरी से भी ठंडा दिसंबर रहा। भोपाल समेत कई शहरों में ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ दिए। 9 दिन शीतलहर चली। भोपाल में दिसंबर की सर्दी ने 58 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत कई जिलों में स्कूलों की टाइमिंग बदल दी गई है, जबकि भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में जानवरों को सर्दी से बचाने के लिए हीटर लगाए गए। भगवान को भी ठंड से बचाने के लिए जतन किए गए।

अब बात जनवरी की। शुरुआत 10 से 15 दिन तक कड़ाके की ठंड का दौर रहा, लेकिन फिर तेवर ठंडे हो गए। ठंड के दो दौर आए, जबकि तीन बार मावठा गिरा। मौसम वैज्ञानिक डॉ. सिंह ने बताया, जनवरी में ठंड का असर जरूर रहा, लेकिन पिछले 10 साल के ट्रेंड के अनुसार तेज सर्दी नहीं पड़ी। पश्चिमी विक्षोभ की स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी नहीं होने से तेज बारिश का दौर नहीं रहा। न ही ओले गिरे, जबकि जनवरी में ओला-बारिश का दौर भी रहता है।

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