पचमढ़ी
मध्य प्रदेश के हिल स्टेशन व लोकप्रिय पर्यटन स्थल पचमढ़ी में 17 से 26 फरवरी तक महादेव मेला आयोजित किया जाएगा. मेले में लाखों श्रद्धालु व पर्यटकों के पहुंचने की संभावना है, जिसके चलते बुधवार को पचमढ़ी में तैयारियों को लेकर बैठक आयोजित हुई. बैठक में नर्मदापुरम कलेक्टर सोनिया मीणा और पुलिस अधीक्षक डॉ. गुरकरन सिंह ने अधिकारियों, मेला समिति के सदस्यों और मंडलों को दिशा-निर्देश भी दिए. गौरतलब है कि महाशिवरात्रि पर हर साल यहां इस मेले का आयोजन होता है.
चौरागढ़ महादेव के दर्शन करने आते हैं लाखों भक्त
हर साल महाशिवरात्रि पर दूर-दूर से लोग यहां चौरागढ़ में महादेव की पूजा करने आते हैं. यहां मध्य प्रदेश के साथ महाराष्ट्र से भी भारी संख्या में लोग छिंदवाड़ा के रास्ते पहुंचे हैं. पचमढ़ी की खूबसूरत वादियों के बीच स्थित चौरागढ़, बड़ा महादेव और जटा शंकर मंदिर में भी भारी संख्या में भक्त व पर्यटक पहुंचते हैं. यही वजह है कि पचमढ़ी महादेव मेले की तैयारियों को लेकर अधिकारियों ने बुधवार को समीक्षा बैठक ली.
महादेव मेले में पहुंचेंगे 5-6 लाख लोग
पचमढ़ी के चंपक बंगलो में प्रशासनिक अधिकारियों सहित मेला समिति सदस्य और मंडलों की उपस्थिति में महादेव मेला की तैयारी की समीक्षा बैठक आयोजित हुई. बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एसएस रावत द्वारा मेले की रूपरेखा के संबंध में जानकारी दी गईं. उन्होंने बताया कि मेले में मध्य प्रदेश और विशेषकर महाराष्ट्र से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं. इस बार 5 से 6 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है.
बसों की पचमढ़ी में एंट्री बंद, ऐसी रहेगी व्यवस्था
बैठक में बताया गया कि गत वर्ष की तरह इस बार भी पचमढ़ी में बसों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा. इसके लिए मटकुली पर एक चेक पॉइंट बनाया जाएगा. साथ ही पगारा के पास भी एक चेक पॉइंट रहेगा. दोनों चेक पॉइंट के माध्यम से वाहनों का प्रबंधन किया जाएगा. कलेक्टर ने ट्रैफिक पुलिस सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेला अवधि के दौरान ट्रैफिक का बेहतर प्रबंधन किया जाए. चिन्हित पार्किंग स्थलों पर पर्याप्त रोशनी सहित अन्य व्यवस्थाएं रहें। पार्किंग स्थल पर एंट्री और एग्जिट प्वाइंट अलग-अलग होंगे. महादेव मेले के लिए संचालित वाहनों को विशेष पास दिए जाएंगे.
PWD समय पर पूरा करे सभी आवश्यक कार्य
महादेव मेला 2025 को लेकर कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग को भी दिशा-निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा, '' मेला स्थल तक आने जाने वाले मार्गों की मरम्मत की जाए. मेला स्थल पहुंच मार्ग और चौरागढ़ मंदिर की क्षतिग्रस्त सीढ़ियां और चबूतरों की मरम्मत व नांदिया जंक्शन की ओर से प्रवेश मार्ग पर आवश्यक व्यवस्थाएं करें.'' इसके अलावा मेला क्षेत्र में पेयजल, बिजली व रोशनी समेत सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए.''
डिजास्टर मैनेजमेंट टीमें भी रहें अलर्ट
मेले में होने वाली भारी भीड़ की सुरक्षा को देखते हुए कलेक्टर ने होमगार्ड, पुलिस, आपदा मित्र व स्वास्थ्य विभाग मुस्तैदी से तैनात रहने के लिए कहा है. उन्होंने साडा सीईओ को निर्देश दिए कि सभी सेक्टर पर फायर सेफ्टी उपकरण उपलब्ध रहे. सूचनाओं के आदान-प्रदान करने के लिए पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम भी स्थापित किया जाएं. इसके अलावा ड्यूटी में तैनात कर्मचारी को आईडी कार्ड भी जारी किए जाएं.