जयपुर
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने के लक्ष्य के साथ काम कर रही है। इसके लिए सरकार तथा निजी क्षेत्र द्वारा राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में निवेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार राज्य में निवेश बढ़ाने के लिए सभी क्षेत्रों में योजनाबद्ध तरीके से कार्य कर रही है। हम सभी के प्रयासों से नया राजस्थान, बदलता राजस्थान, राइजिंग राजस्थान का सपना साकार होगा। श्री शर्मा गुरूवार को जयपुर शहर में एक होटल में जेनपैक्ट ग्लोबल मीट को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने जेनपैक्ट के गठन के 20 वर्ष पूरे होने की बधाई देते हुए कहा कि जयपुर और जोधपुर में जेनपैक्ट में कार्यरत लगभग 8 हजार लोगों में से 90 प्रतिशत से अधिक स्थानीय हैं। यह पूरा इको-सिस्टम राज्य में रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि राइजिंग राजस्थान समिट में भी जेनपैक्ट ने निवेश कर हजारों लोगों को रोजगार देने की योजना बनाई है। इस प्रोजेक्ट के लिए जमीन चिन्हीकरण का कार्य पूरा कर लिया गया है और राज्य सरकार इस प्रोजेक्ट को शीघ्र धरातल पर उतारने के लिए पूरा सहयोग कर रही है।
उद्यमियों के लिए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस हमारी प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के साथ-साथ इन्विट एवं हैम जैसे मॉडलों के आधार पर बड़ी परियोजनाओं का क्रियान्वयन कर रही है। हमने पहले ही वर्ष में आयोजित राइजिंग राजस्थान समिट में 35 लाख करोड़ रुपए से अधिक के एमओयू किए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने निवेशकों की सुविधा के लिए डेटा सेंटर नीति, एवीजीसी-एक्सआर नीति एवं राजस्थान निवेश प्रोत्साहन जैसी नई नीतियां जारी की हैं। राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना के तहत सूचना प्रौद्योगिकी एवं इससे संबंधित सेक्टर को थ्रस्ट सेक्टर का दर्जा दिया गया है, जिससे राज्य में इस क्षेत्र में निवेश को और प्रोत्साहित किया जा सके।
इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश बढ़ाने के लिए सरकार कटिबद्ध
श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने पहले बजट में ही पूंजीगत व्यय में 65 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की है। इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में निवेश को और अधिक बढ़ाने के लिए हमारी सरकार कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट, ओरेकल, सिस्को, अडोबी जैसी अनेक कंपनियों से साझेदारी की गई है। इससे बड़ी संख्या में इच्छुक युवाओं को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्र खनन, पर्यटन, टेक्सटाइल एवं अपैरल जैसे क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा नई नीतियां लाई गई हैं। उन्होंने आह्वान किया कि निवेशक राज्य सरकार द्वारा जारी नीतियों का अधिक से अधिक लाभ लेते हुए राज्य में निवेश करें।
राजस्थान में अपार संभावनाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान देश का सबसे बड़ा राज्य है तथा यहां विभिन्न क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं। ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य सरकार ने भारत सरकार की विभिन्न कंपनियों के साथ 2 लाख करोड़ रुपए से अधिक राशि के निवेश के लिए एमओयू किए हैं। साथ ही, राज्य में पानी की उपलब्धता बढ़ाने के लिए रामजल सेतु लिंक परियोजना के माध्यम से मध्यप्रदेश एवं भारत सरकार के साथ एमओए कर लगभग 10 हजार करोड़ रुपए के कार्यों हेतु कार्य आदेश भी जारी कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में भू-जल के रिचार्ज को बढ़ाने के लिए अटल भू-जल योजना, मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान एवं कर्मभूमि से मातृभूमि जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से अभूतपूर्व कार्य किया जा रहा है। जेनपैक्ट के सीईओ श्री बी.के. कालरा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान में निवेश में अभूतपूर्व काम हो रहा है। हाल ही में राज्य सरकार द्वारा आयोजित राइजिंग राजस्थान समिट से निवेशकों के लिए राज्य में निवेश की नई राह खुली है। उन्होंने कंपनी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जेनपैक्ट वर्तमान में राज्य में हजारों युवाओं को रोजगार दे रही है तथा आगे भी प्रदेश के विकास में वे अपनी सक्रिय सहभागिता निभाएंगे। इस अवसर पर जेनपैक्ट के कंन्ट्री हैड श्री पीयूष मेहता, अतिरिक्त मुख्य सचिव (मुख्यमंत्री कार्यालय) श्री शिखर अग्रवाल सहित अधिकारीगण, जेनपैक्ट कंपनी के अधिकारी एवं देश-विदेश से आए प्रतिभागी उपस्थित रहे।