मुंबई
पैरेंट्स पर अश्लील कमेंट करने के कारण बुरी तरह फंसे रणवीर अल्लाहबादिया शुक्रवार, 14 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। उन्होंने कोर्ट में न सिर्फ अग्रिम जमानत की याचिका दायर की, बल्कि यह भी अपील की कि उनके खिलाफ जितनी भी FIR हैं, उन्हें एक साथ जोड़ दिया जाए। साथ ही यह भी मांग की कि उनके मामले में जल्द सुनवाई की जाए।
रणवीर अल्लाहबादिया के खिलाफ देशभर में कई एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। NCW ने भी रणवीर अल्लाहबादिया के खिलाफ शिकायत दर्ज की और पेश होने के लिए कहा। खार पुलिस ने भी रणवीर अल्लाहबादिया को समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया था। वहीं दूसरा समन असम पुलिस ने भेजा, लेकिन वह हाजिर नहीं हुए। और अब रणवीर अल्लाहबादिया अपने खिलाफ कई एफआईआर दर्ज होने के सिलसिले में ही सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। लेकिन उन्हें तगड़ा झटका मिला है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने शीघ्र सुनवाई से इनकार कर दिया।
मालूम हो कि रणवीर अल्लाहबादिया ने समय रैना के शो 'इंडियाज गॉट लेटेंट' में पैरेंट्स को लेकर एक भद्दा और अश्लील जोक मारा था। इसे लेकर देश में विरोध-प्रदर्शन चल रहे हैं। रणवीर के अलावा समय रैना समेत 5 लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई। हालांकि, रणवीर अल्लाहबादिया ने पब्लिकली माफी भी मांग ली थी, पर बवाल खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है।
वकील अभिनव चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट में इस केस का जिक्र करते हुए कहा कि रणवीर अल्लाहबादिया के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज हैं और असम पुलिस ने उन्हें आज पेश होने के लिए बुलाया है। ऐसे में उनकी कोर्ट से दरख्वास्त है कि रणवीर अल्लाहबादिया के खिलाफ दर्ज सभी एफआईआर और शिकायतों की सुनवाई एक जगह करने का आदेश दे, ताकि अलग-अलग राज्यों में जाने के लिए ज्यादा भागदौड़ न करनी पड़े।
रिपोर्ट के मुताबिक, रणवीर अल्लाहबादिया के वकील ने कोर्ट से अपील की कि मामले की सुनवाई जल्द की जाए। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इससे इनकार कर दिया और कहा कि पहले रजिस्ट्री से संपर्क करें। CJI संजीव खन्ना ने तारीख देने से भी इनकार कर दिया।
रणवीर की आज पुलिस के सामने पेशी है। उन्हें दो बार समन भेजा गया था। उन्हें गुरुवार, 13 फरवरी को खार पुलिस स्टेशन में अपना बयान दर्ज करवाना था। पर रणवीर अल्लाहबादिया हाजिर नहीं हुए और गुजारिश की कि उनके घर पर ही बयान लिया जाए। लेकिन इसे मुंबई पुलिस ने खारिज कर दिया। अब रणवीर को थाने जाकर ही बयान दर्ज करवाना होगा। उधर समय रैना को भी NCW और मुंबई पुलिस ने समन भेजकर पांच दिन के अंदर पेश होने को कहा है।