राजस्थान
राजस्थान की भजनलाल सरकार 2025 में अपना दूसरा बजट पेश करने जा रही है। आने वाली 19 फरवरी को वित्त मंत्री दिया कुमारी विधानसभा में बजट पेश करेंगी। वित्त मंत्री के तौर पर भजनलाल सरकार में ये उनका लगातार दूसरा बजट होगा। वित्त विभाग के अफसरों की टीम बीते दो महीने से बजट तैयार करने में जुटी है। यहां हम आपको उन अधिकारियों के बारे में बताने जा रहे जो पर्दे के पीछे रहकर बजट को तैयार करने में करीब से जुड़े हैं।
राजस्थान सरकार के 2025 के बजट में सबसे पहले तो वित्त मंत्री दिया कुमारी हैं, जो कि सदन में बजट को पेश करेंगी। वित्त मंत्री दिया कुमारी 19 फरवरी को विधानसभा में भजनलाल सरकार के कार्यकाल का दूसरा बजट पढ़ेंगी। राजस्थान की पहली महिला वित्त मंत्री दीया कुमारी ने इससे पहले पिछले वर्ष 2024 में भजनलाल सरकार का पहला पूर्ण बजट पेश किया था। उनके साथ बजट तैयार करने वाली इस टीम के अफसरों में अतिरिक्त मुख्य सचिव अखिल अरोड़ा, वित्त बजट विभाग के प्रमुख सचिव देबाशीष पृष्टि, वित्त व्यय विभाग के सचिव नवीन जैन और वित्त राजस्व विभाग के सचिव कुमार पाल गौतम शामिल हैं।
अखिल अरोड़ा
अतिरिक्त मुख्य सचिव अखिल अरोड़ा को वित्त के मामले में बहुत महारत हासिल है। शायद कांग्रेस और भाजपा दोनों ही सरकारों को इसका अहसास है। वित्त विभाग में उनका यह पांचवां बजट होगा। पूर्व आईएएस आदर्श किशोर सक्सेना के बाद राजस्थान में किसी वित्त सचिव का यह दूसरा सबसे बड़ा कार्यकाल है, उन्होंने करीब साढ़े पांच साल तक वित्त सचिव के रूप में काम किया। अखिल अरोड़ा ने पिछली गहलोत सरकार के कार्यकाल में भी तीन बजट पेश किए थे।
कुमार पाल गौतम
कुमार पाल गौतम उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। वर्तमान में राजस्थान सरकार में वित्त राजस्व विभाग में सचिव हैं। इन्होंने M.A.(MATHS), B.SC.(Physics) से की है। इससे पहले वे राजस्थान, जयपुर में ही स्थानीय निकाय विभाग में आयुक्त एवं पदेन शासन सचिव रहे।
डॉ. देबाशीष पृष्टि
डॉ. देबाशीष पृष्टी ओडिशा के रहने वाले हैं। राजस्थान सरकार में वित्त बजट विभाग के प्रमुख सचिव हैं। देबाशीष ने M.Phil.(ENVIRONMENTAL SCIENCE), M.Sc.(ENVIRONMENTAL SCIENCE), PhD. की हुई है।
नवीन जैन
नवीन जैन मूलत: हरियाणा के रहने वाले हैं। राजस्थान सरकार में वे वित्त व्यय विभाग के सचिव हैं। इससे पहले राजस्थान सरकार में ही आयोजना, आयोजना (जनशक्ति और गजेटियर्स), सांख्यिकी विभाग में शासन सचिव रहे। इन्होंने M.F.C. , DIPLOMA IN PUBLIC POLICY , ASSC COMP SECY. , B.COM. किया हुआ है।
मुख्यमंत्री के स्तर पर बैठकें
बजट तैयार करने के लिए वित्त विभाग के स्तर पर बजट फाइनलाइजेशन कमेटियों की बैठकें ली गईं। इनमें संबंधित विभागों से आने वाले बजट के प्रस्ताव और पिछले बजट में खर्च का ब्योरा मांगा जाता है। इसके अलावा बजट में सुझावों को लेकर विभिन्न सामाजिक, व्यापारिक संगठनों के साथ, युवा और महिला संगठनों की भी मुख्यमंत्री के स्तर पर बैठकें ली जा चुकी हैं।