लखनऊ
महाकुंभ को लेकर विपक्षी नेताओं की बयानवाजी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को जमकर लताड़ा। विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए सीएम योगी ने कहा कि महाकुंभ में जिसने जो तलाशा उसे वह नजर आया है। गिद्धों को लाश मिली, सुअरों को गंदगी मिली है। संवेदनशील लोगों को रिश्तों की सुंदर तस्वीर मिली, आस्थावानों को पुण्य, सज्जनों को सज्जनता मिली, अमीरों को धंधा मिला, गरीबों को रोजगार मिला। भक्तों को भगवन मिले, श्रद्धालुओं को साफ सुधरी व्यवस्था मिली। जिसकी जैसी नियत थी, जैसी दृष्टि थी, उसको वैसी ही व्यवस्था मिली है।
सीएम योगी ने कहा कि सपा के लोग लगातार महाकुंभ पर टिप्पणी करते रहते हैं। इनकी मानसिकता जगजाहिर है। इनको केवल हर चीज का विरोध करना है। सीएम योगी ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय की ओर इशारा करते हुए कहा कि आपको इस बारे में आपत्ति थी कि भाजपा ने संकल्प पत्र और राज्यपाल के अभिभाषण में महाकुंभ को वैश्विक क्यों लिख दिया है। योगी ने कहा कि 2013 में आपको जाने नहीं दिया गया था। इस बार आप गए थे, स्नान किया, सराहना की, वहां की सुविधाओं की मुक्त कंठ से प्रशंसा भी की है। महाकुंभ में विश्वस्तरीय सुविधा नहीं होती तो 63 करोड़ से अधिक श्रद्धालु इसका हिस्सा नहीं बनते। महाशिवरात्रि तक 65 करोड़ की संख्या पार होगी।
सीएम योगी ने कहा कि हमने समाजवादी पार्टी की तरह आस्था से खिलवाड़ नहीं किया। समाजवादी पार्टी की सरकार में मुख्यमंत्री (अ्रखिलेश यादव) को कुंभ की समीक्षा करने की भी फुरसत नहीं थी। एक गैर सनातनी को कुंभ का प्रभारी बना दिया था। यही कारण है कि 2013 के कुंभ में जो भी गया उसे अव्यवस्था मिली थी। वहां पर प्रदूषण दिखाई दिया था। तब स्नान करने लायक जल तक नहीं था। मारिशस के प्रधानमंत्री ने स्नान करने से ही इनकार कर दिया था। इस बार देश दुनिया से लोग आ रहे हैं। प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति सभी ने स्नान किया है। दुनिया के तमाम देशों से जुड़े लोग महाकुंभ आए हैं। 74 देशों के हेड आफ मिशन भी आए और यहां की व्यवस्थाओं की तारीफ की है।