भोपाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मानव संग्रहालय में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का उद्घाटन किया। उन्होंने कहाकिआज पूरी दुनिया में सभी को भारत से बहुत उम्मीदें'एमपी को बड़ा फायदा मिला है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस का बड़ा हिस्सा एमपी से होकर गुजरता है। एमपी मुंबई से जुड़ रहा है। पांच हजार किलोमीटर का सड़क नेटवर्क बन चुका है। लॉजिस्टिक कनेक्टिविटी के कारण एमपी आगे बढ़ रहा है। एमपी में रेल नेटवर्क का 100 फीसदी इलेक्ट्रिफिकेशन हो चुका है। हवाई नेटवर्क भी यहां सुधारा गया है। यहां के कमलापति स्टेशन को भी मार्डन बनाया गया है। एनर्जी सेक्टर के बूम का एमपी को लाभ मिला है। एमपी पॉवर सरप्लस है। यहां 31 हजार मेगावाट बिजली पैदा हो रही है। इसमें से 30 फीसदी क्लीन एनर्जी है।
बीना रिफाइनरी में 50 हजार करोड़ का निवेश
बीना रिफाइनरी में 50 हजार करोड़ का निवेश हुआ है। ये एमपी को पेट्रो केमिकल का हब बनाने में मदद करेगा। एमपी में 300 से ज्यादा इंडस्ट्रियल जोन हैं। पीथमपुर, देवास रतलाम में इंवेस्टर जोन बनाए जा रहे हैं। सभी निवेशकों के लिए बेहतर रिटर्न की अपार संभावनाएं हैं।
नदियों जोड़ने से उद्योगों को भी लाभ
उद्योगों के लिए पानी बहुत जरूरी है। इसके लिए एमपी में नदियों जोड़ो अभियान चलाया गया है। यहां की खेती को भी इसका फायदा मिल रहा है। 45 हजार करोड़ रुपये के केन-बेतवा लिंक परियोजना शुरू की गई है। इसके 10 लाख हेक्टेयर जमीन की उर्वरता बढ़ेगी।
संबोधन की शुरुआत में पीएम मोदी ने समारोह में देरी से आने के लिए माफी मांगी। उन्होंने बताया कि बच्चों की परीक्षाओं का समय और मेरा राजभवन से निकलने का समय एक साथ हो रहा था। इसलिए मैं राजभवन से देर से निकला। मैंने सोचा कि बच्चों के निकलने के बाद ही मैं निकलूं। इस वजह से मैंने स्वयं राजभवन से निकलने में लेट कर दिया। अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए पीएम ने कहा कि राजा भोज की नगरी में आज का ये कार्यक्रम बहुत अहम है। इस भव्य आयोजन के लिए सीएम मोहन यादव जी और टीम को बहुत बहुत बधाई देता हूं।
आज भारत को सोलर पॉवर कहा जाने लगा है
भारत के इतिहास में ऐसा अवसर पहली बार आया है जब पूरी दुनिया भारत के लिए अच्छी संभावनाएं से देख रही है। सभी को भारत से बहुत आशाएं हैं। पिछले कुछ हफ्तों में जो विचार आएं है वो भारत में हर निवेशक के लिए उत्साहवर्धक हैं। यूएन की एक संस्था ने भारत को सोलर पॉवर की सुपरपॉवर कहा है।
पहले लोग मध्य प्रदेश में निवेश करने से डरते थे
भारत का आत्मविश्वास बढ़ रहा है तो राज्यों का भी आत्मविश्वास बढ़ रहा है। जनसंख्या के हिसाब से मध्य प्रदेश भारत का पांचवां बढ़ा राज्य है। कृषि और माइनिंग के हिसाब से भी मध्य प्रदेश बड़ा राज्य है। एमपी में बहुत संभावनाएं हैं। ये एमपी को देश के पांच बढ़े राज्यों ला सकता है। एमपी ने 20 सालों में बड़ा परिवर्तन देखा है। पहले लोग निवेश करने से डरते थे। एमपी ने अब निवेश के मामलों बड़ा स्थान बना लिया है। एमपी आज ईवी के लीडिंग स्टेट में से एक है। एमपी में दो लाख ईवी वाहन पंजीकृत हो गए हैं, जो बड़ी बात है। एमपी निवेश के लिए बड़ा डेस्टिनेशन बनता जा रहा है। भोपाल देश की स्वच्छतम राजधानी है। जीआईएस भोपाल की पुरानी छवि को भी बदलेगा। भोपाल के इतिहास में गैस त्रासदी दिखाई देती है। संभावनाओं के अनंत आकाश में आशाओं की ज्योत जलाते हैं तो सभी के आंगर रोशन होते हैं। यही हमारी विरासत भी है। हमारा लक्ष्य देश को विकसित भारत बनाना है। इसके लिए विकसित मध्यप्रदेश बहुत जरूरी है। आगामी पांच वर्ष में राज्य की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। हमने रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव की शुरुआत की है। ये उज्जैन, जबलपुर शहडोल ग्वालियर आदि शहरों में हुई है।
जल, जमीन समेत उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण
देश के बड़े शहरों में भी रोड शो भी किए गए हैं। विश्व के बड़े देशों में भी हमने मध्यप्रदेश की खासियत को बताया। एमपी में निवेश के बारे में जानकारी दी है। हम 18 नई नीतियां लेकर आएं हैं, जिनका लोकार्पण पीएम मोदी के हाथों होने जा रहा है। इन नीतियों का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाएगा। इसके लिए मध्यप्रदेश सरकार द्वारा जनविश्वास अधिनियम भी पारित किया गया है। एमपी ने 2025-26 को उद्योग और रोजगार वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। हम अलग-अलग तरह की योजनाओं पर काम कर रहे हैं। एमपी में जल, जमीन समेत उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण है।
हमारे लिए सभी तरह के निवेशक अतिथि
आने वाले समय में सेमीकंडक्टर, पार्क भी बनाए जा रहे हैं। यहां पर पर्यटन की भी असीम संभावनाएं हैं। कई पर्यटक स्थल विकसित किए जा रहे हैं। वन्य जीव पार्क भी पर्यटन को आगे बढ़ा रहे हैं। हमारे लिए सभी तरह के निवेशक अतिथि है। हम सभी पीएम मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहे हैं। एमपी में चार मिशन शुरू किए गए हैं। इसमें सभी विभागों के बीच तालमेल बनाने के लिए काम किया जा रहा है। पीएम मोदी ने विश्व के सबसे बड़े नदी जोड़ो अभियान की शुरुआत की है। इससे बुंदेलखंड समेत सभी जगह पानी की उपलब्धता होगी। एमपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 पर मध्य प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव का कहना है, "आज भोपाल के लिए बहुत खास दिन है… कुछ देर बाद प्रधानमंत्री ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन करेंगे। यह हम सबके लिए खास दिन है, खासकर भोपाल और मध्य प्रदेश के लोगों के लिए… हम दुनिया भर के उद्योगपतियों के साथ एक बड़ा निवेश शिखर सम्मेलन आयोजित कर रहे हैं। विकास के नए कीर्तिमान रचे जाएंगे। खासकर युवाओं के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मैं समझता हूं कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का भोपाल में होना एक शुभ संकेत है, जिससे इंवेस्टमेंट भी आएगा और हमारे रोजगार की उपलब्धता की जो आवश्यकता है वो पूरी होगी।