भोपाल
मध्य प्रदेश में इन दिनों मिला जुला मौसम देखने को मिल रहा है। जहां दिन में गर्मी बढ़ रही है तो रात में तापमान में गिरावट आ जाती है। इस बीच कहीं पर हल्की बारिश का भी अनुमान है। अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय मौसम प्रणालियों के प्रभाव से प्रदेश में दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। इसी क्रम में फरवरी माह के अंतिम दिन गुरुवार को पूरे प्रदेश में दिन और रात के तापमान में काफी बढ़ोतरी दर्ज की गई। जबलपुर में 19 वर्ष बाद तो इंदौर में छह वर्ष बाद फरवरी में इतनी गर्मी पड़ी है। भोपाल एवं ग्वालियर भी दो वर्ष बाद फरवरी इतना गर्म रहा। मौसम विज्ञानियों के अनुसार शनिवार को ग्वालियर-चंबल संभाग में कहीं-कहीं वर्षा हो सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी अभिलाष श्रीवास्तव ने बताया कि वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है।
इसके प्रभाव से उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और उससे लगे पाकिस्तान पर बना प्रेरित चक्रवात अब और मजबूत होकर कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो गया है।
कम दबाव के क्षेत्र से महाराष्ट्र तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो गुजरात से होकर जा रही है।
मौसम विभाग का यह है अनुमान
मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि हवाओं का रुख दक्षिणी एवं दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। इस वजह से दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है इसी क्रम में शुक्रवार को जबलपुर में अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे अधिक तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस वर्ष 2006 में दर्ज किया गया था। वहीं, इंदौर में वर्ष 2019 के फरवरी माह के सर्वाधिक तापमान के बराबर 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भोपाल में अधिकतम तापमान 34.3 डिग्री और ग्वालियर में अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे अधिक तापमान दोनों नगरों में वर्ष 2023 में 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।