विटामिन केवल शरीर के काम के लिए जरूरी नहीं होते, ये ताकत और एनर्जी भी देते हैं। इनकी कमी नसों, मांसपेशी, दिमाग, दिल, हड्डियों को कमजोर कर देती हैं। सबसे ज्यादा तो विटामिन बी12 की चिंता होती है, क्योंकि यह बहुत कम चीजों में होता है। कई बार विटामिन बी-12 से भरपूर फूड खाने के बाद भी डेफिशिएंसी खत्म नहीं होती।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों होता है? क्योंकि शरीर विटामिन बी12 का इस्तेमाल नहीं कर पाता। खाने का सारा पोषण गंदगी बनकर बाहर निकल जाता है। इस स्थिति में 5 मसाले काम आ सकते हैं। यह कोबालामिन बढ़ाने में मदद करते हैं।
विटामिन बी12 के लिए क्या खाएं? अगर शरीर में इसकी कमी हो गई है तो मसालों से पहले इन फूड्स को डाइट में शामिल करें। दूध-डेयरी प्रोडक्ट, जानवरों की कलेजी, जानवरों का गुर्दा, अंडे, मछली, न्यूट्रिशनल यीस्ट आदि। अगर जरूरत पड़े तो डॉक्टर से बात करके सप्लीमेंट भी शुरू कर सकते हैं।
B12 बढ़ाने में मसालों का रोल
आंतों के अंदर खाने से सारे पोषक तत्व निकाले जाते हैं। यह काम गट बैक्टीरिया करते हैं, जो अरबों की संख्या में आंत के अंदर होते हैं। एनसीबीआई पर मौजूद शोध के मुताबिक अगर इन गट बैक्टीरिया की संख्या कम होती है जो इस विटामिन का अवशोषण और उपयोग बाधित हो सकता है। जिससे विटामिन बी12 की कमी बन सकती है।
मसाले खाने का फायदा
मसालों में कई सारे औषधीय गुण होते हैं। यह गट के हेल्दी बैक्टीरिया को बढ़ाने का काम भी करते हैं। अगर आपको पेट और पाचन से जुड़ी कोई परेशानी होती है तो इनका सेवन करके फायदा उठा सकते हैं। आइए जानते हैं कि कोबालामिन बढ़ाने में कौन से मसाले ज्यादा मदद करते हैं।
दालचीनी
एक स्टडी के मुताबिक पोलीफेनोल के पर्याप्त सेवन से गट बैक्टीरिया की सही संख्या देखी गई है। शोध में दालचीनी के अंदर इन पोलीफेलोन की सबसे ज्यादा मात्र देखी गई। यह मसाला ब्लड शुगर लेवल को रेगुलेट करता है और इंफ्लामेशन में कमी लाता है।
काली मिर्च
काली मिर्च कई तरह से लाभ पहुंचा सकती है। यह पोलीफेनोल्स देती है, डायजेशन बढ़ाती है, हल्दी के पाचन के लिए जरूरी है और इम्यूनिटी बढ़ाती है। सारी मिर्च में से इसका सेवन बेस्ट माना गया है।
लौंग
यह भी एक शक्तिशाली मसाला है, जिसे चावल से लेकर चाय बनाने तक उपयोग किया जाता है। यह काफी मात्रा में पोलीफेनोल्स होते हैं। अगर आप इंफ्लामेशन और कमजोर इम्यूनिटी से परेशान हैं तो भी इसका सेवन कर सकते हैं।
पुदीना
यह पेट के लिए लाभकारी होता है और उसे ठंडा रखता है। एसिडीटी, पेट दर्द, ब्लोटिंग, गैस में इसका सेवन किया जाता है। आप सूखा पुदीना खाने, छाछ में डालकर पी सकते हैं। छाछ के साथ खाने पर ज्यादा असर मिलता है क्योंकि यह एक प्रोबायोटिक फूड है।
चक्र फूल
इस मसाले का सेवन कम किया होगा, लेकिन यह भी औषधीय गुणों से भरपूर है। विटामिन बी12 की कमी दूर करने के लिए यह गट बैक्टीरिया सुधारने में मदद कर सकता है।