मोर का पंख सदियों से हमारे संस्कृति और वास्तु शास्त्र में शुभता, समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। इसकी खूबसूरती और अनोखे रंगों की वजह से इसे विशेष महत्व दिया जाता है। वास्तु के अनुसार, सही स्थान पर मोर का पंख रखने से न केवल घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है बल्कि आर्थिक समृद्धि भी आती है। आइए विस्तार से जानते हैं कि मोर के पंख को घर में कहां और कैसे रखना चाहिए ताकि आपकी तिजोरी पैसों से भर जाए।
मोर का पंख शुभ और सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना जाता है। इसके रंगों में सात रंगों की छटा होती है, जो सभी दिशाओं की ऊर्जा को आकर्षित करता है। इसका इस्तेमाल घर में नकारात्मकता को दूर करने, दुर्भाग्य और बुरी नजर से बचाने के लिए किया जाता है। मोर का पंख ऊर्जा का समुच्चय होता है जो धन, समृद्धि और खुशहाली लाता है। वास्तु शास्त्र में मोर के पंख को धनवर्धन और सौभाग्य बढ़ाने के लिए रखा जाता है।
मोर के पंख को घर में रखने का सही स्थान
तिजोरी के ऊपर या पास में
यदि आप चाहते हैं कि आपकी तिजोरी हमेशा पैसों से भरी रहे, तो मोर का पंख तिजोरी के ऊपर या उसके नजदीक रखें। इससे तिजोरी की ऊर्जा सकारात्मक बनी रहती है और आर्थिक वृद्धि होती है। मोर का पंख तिजोरी के ऊपर रखने से धन संबंधी बाधाएं दूर होती हैं।
मुख्य द्वार के पास
घर के मुख्य द्वार के अंदर या बाहर मोर का पंख लगाने से नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती। यह घर के वातावरण को शुभ और संतुलित बनाता है जिससे समृद्धि के रास्ते खुलते हैं।
दक्षिण-पूर्व दिशा
वास्तु के अनुसार, दक्षिण-पूर्व दिशा को अग्नि कोण भी कहा जाता है। इस दिशा में मोर के पंख रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे धन लाभ होता है और घर का माहौल खुशहाल रहता है।
पूजा कक्ष में
पूजा घर में मोर के पंख को रखना भी अत्यंत शुभ माना जाता है। यह धार्मिक और आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाता है और घर की सुख-शांति को बनाए रखता है।