बुलंदशहर
यूपी के बुलंदशहर जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां गुरुवार को डीआईजी कलानिधि नैथानी खुर्जा नगर कोतवाली का निरीक्षण कर रहे थे। तभी गाड़ी के सामने एक गैंगरेप पीड़िता आ गई और उसने डीआईजी को अपनी आपबीती सुनाई। पीड़िता का आरोप है कि उसके साथ छह लोगों ने गैंगरेप किया है।
पीड़िता ने डीआईजी को सुनाई आपबीती
मिली जानकारी के मुताबिक, डीआईजी नैथानी के निरीक्षण के दौरान पुलिस ने उन तक किसी को पहुंचने से रोकने के लिए सड़क पर सुरक्षा घेरा बना रखा था। इसी दौरान खुर्जा क्षेत्र में हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले की पीड़िता भी वहां पहुंची थी। उसे डीआईजी से मिलने से रोका गया था। जब निरीक्षण के बाद डीआईजी थाने से जा रहे थे, तब महिला अपने परिवार के साथ पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए उनकी गाड़ी के सामने दौड़ते हुए पहुंच गई। उसने अपनी आपबीती डीआईजी को सुनाई। पीड़िता ने रोते हुए बताया कि छह लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया है। पुलिस ने इस मामले में अब तक सिर्फ चार आरोपियों को हिरासत में लिया है। जबकि दो आरोपी अभी फरार हैं। जिनमें एक महिला भी शामिल है।
थाना प्रभारी 'लाइन हाजिर'
पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि फरार आरोपी उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। पीड़िता की गुहार सुन डीआईजी ने तुरंत मामले का संज्ञान लेते हुए इसकी जांच सीओ अनूपशहर को सौंपी और तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही मामले में लापरवाही के आरोप में खुर्जा थाना प्रभारी को 'लाइन हाजिर' कर दिया।
डीआईजी कलानिधि नैथानी के निरीक्षण के दौरान कोई फरियादी अपनी शिकायत न कर सके और खुर्जा पुलिस की पोल न खुले, इसके लिए सीओ समेत अन्य अधिकारियों के निर्देश पर पुलिसकर्मियों ने शिकायत लेकर आए फरियादियों को जबरन गाड़ी में बैठाकर घर छोड़ दिया। जिसकी जानकारी चमन विहार कॉलोनी निवासी सुमित ने दी। जोकि अपने भाई की हत्या की जांच की मांग लेकर वहां पहुंचे थे।




