रायपुर : हाल ही में हिमाचल करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष पीयूष चंदेल ने सूरजपाल अम्मू को हिमाचल करणी सेना से अलग कर दिया है! एक बयान जारी कर पीयूष चंदेल ने बताया कि खुद को करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष बताने वाले सूरजपाल अम्मू एक कंफ्यूज नेता है जो खुद दिशा हीनता का शिकार है एक तरफ भाजपा के हरियाणा प्रदेश के प्रवक्ता के दायित्व में काम कर रहे हैं और दूसरी तरफ करणी सेना में खुद को राष्ट्रीय अध्यक्ष बताते हैं और समाज में कहते हैं कि मैं समाज सेवक हूं और मेरा राजनीति से कोई लेना देना नहीं!
हाल ही में बिहार के चुनाव में खुद पत्रकारों को संबोधित कर बिहार में चुनाव लड़ने की घोषणा की थी और अब करणी सेना को सामाजिक संगठन बताते हैं! पीयूष चंदेल ने बताया हिमाचल करणी सेना प्रदेश में स्थापित संगठन है और हाल ही में पंचायती राज चुनावों में करणी सेना के अनेकों अनेक पदाधिकारी चुनाव जीत कर आए हैं जिससे राजनीतिक दलों में हिमाचल प्रदेश में करणी सेना के जनमानस को बढ़ते देख और युवाओं का संगठन के प्रति आकर्षण को देखकर बौखलाहट सामने आ रही थी उसी का शिकार हुए सूरजपाल अम्मू ने हिमाचल प्रदेश में भी बौखलाहट का परिचय दिया और छिपी हुई राजनीतिक सोच का परिचय दिया!
करणी सेना हिमाचल को सूरजपाल अम्मू द्वारा अनावश्यक हस्तक्षेप और गलत तरीके से संगठन को हान्क्ने कि प्रवृत्ति से मुक्ति मिली! पीयूष ने बताया सूरजपाल अम्मू कंफ्यूज नेता होने के कारण 6 राज्यों के पदाधिकारी और राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने अपना इस्तीफा दे दिया है जिसका कारण सूरजपाल अम्मू कि छुपी हुई राजनीतिक मंशा, और बेतुके बयानबाजी करना और हर प्रदेश में संगठन को जबरदस्ती हान्कने की प्रवृत्ति कारण बना!