रायपुर। रायपुर के इंडोर स्टेडियम में बने अस्थायी कोविड अस्पताल में भर्ती एक बुजुर्ग की 16 अप्रैल को निधन हो गया था। उनके शव को लेने कोई नहीं आया तो शव को मेकाहारा के मरचुरी में रखवा दिया गया। इसके बाद रायपुर नगर निगम द्वारा अखबार में विज्ञापन देकर और सोशल मीडिया के माध्यम से उनके परिजनों की खोजबीन की गई। उनके बारे में जानकारी होने पर आज उनके परिजन खोजबीन करते पहुंचे। इसके बाद उनका मौदहापारा कब्रिस्तान में सम्मान अंतिम संस्कार किया गया।
मृतक का नाम इकबाल बाला ( 84 ) है। वे जल संशाधन विभाग से रिटायर होकर अभनपुर में निवासरत थे। उनके एक भाई और बहन अमेरिका में और एक बहन पाकिस्तान में रहते हैं। जल संशाधन विभाग में ही पदस्थ स्व अरुण गुप्ता के परिवार से उनका पारिवारिक सम्बन्ध था। वे स्व गुप्ता के पुत्र डॉ अंकुर गुप्ता जो कि रायपुर के न्यू शांति नगर में निवासरत हैं को अपने पोते की तरह मानते थे। वे साल 2017 से डॉ अंकुर गुप्ता के साथ ही रह रहे थे। इस परिवार के स्व इकबाल बाला समेत 5 लोग कोरोना से संक्रमित हो गए थे और अलग अलग अस्पतालों में भर्ती थे।
जिनमें से दो लोगों का निधन भी हो गया। डॉ गुप्ता स्व इकबाल बाला को इंडोर स्टेडियम में स्वम लाकर भर्ती किये थे। भर्ती करने के बाद उन्हें लगातार खोजते रहे। उनके बारे में जानकारी मिल नहीं पा रही थी। परिजन परेशान थे। आज जब उनके बारे में उन्हें जानकारी मिली तो उन्होंने निगम के अधिकारियों से सम्पर्क किया। इसके बाद उन्होंने उनके रिश्तेदारों से चर्चा की। बूढ़ापारा निवासी समाज सेवी मो ताहिर की मदद से उनका आज शाम मौदहापारा कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार किया गया।