MLA गोलू शुक्ला के बेटे रुद्राक्ष ने किया सरेंडर, पुजारी से पैर छूकर मांगी माफी; गाड़ी भी जब्त

देवासइंदौर-3 विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक गोलू शुक्ला के बेटे रुद्राक्ष ने अपने चार साथियों के साथ थाने में सरेंडर कर दिया. जहां उन्हें निजी मुचलके पर जमानत मिल गई. जमानत मिलने के बाद वह सीधे देवास माता टेकरी पहुंचा, यहां हंसते हुए मंदिर के पुजारी से माफी मांगी. पुजारी से माफी मांगते हुए रुद्राक्ष शुक्ला ने पुजारी के पैर भी छुए. शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात को माताजी टेकरी पर मंदिर के पट खुलवाने को लेकर पुजारी पुत्र के साथ विवाद हुआ था। मामले में मंगलवार को विधायक गोलू शुक्ला के पुत्र रुद्राक्ष शुक्ला ने शाम करीब 7:40 बजे सिटी कोतवाली थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया। साथ ही मंदिर पहुंचकर पुजारी से माफी मांगी है।

अपने चार साथियों के साथ रुद्राक्ष पहुंचा थाना

रुद्राक्ष के साथ उसके इंदौर निवासी चार अन्य साथी भी थाने पहुंचे। सभी आरोपी वकीलों के साथ थाने आए थे। थाने से बाहर निकलने के दौरान रुद्राक्ष मीडिया से बचता नजर आया। इस दौरान उसे पुलिस प्रोटेक्शन मिला। जमकर धक्का मुक्की हुई। इंदौर से साथ आए लोग पुलिस की मदद से उसे थाने से बाहर निकालकर मीडिया से बचाते हुए गाड़ी में बैठाकर निकल गए।

दोस्तों के साथ टेकरी पहुंचा

इसके बाद रुद्राक्ष रोप वे से माताजी टेकरी पहुंचा। जहां उसने देवास की माताजी टेकरी पर स्थित बड़ी मां तुलजा भवानी और छोटी मां चामुण्डा देवी के दर्शन किए। इस दौरान रुद्राक्ष और उसके साथी टेकरी पर जय माताजी के जयकारे लगाते हुए नजर आए।

पुजारी का सम्मान कर मांगी माफी

वहीं, छोटी मां चामुण्डा देवी के सामने जहां विवाद हुआ था। उस स्थान पर खड़े होकर रुद्राक्ष ने मंदिर पुजारी और पुजारी पुत्र का शाल श्रीफल से सम्मान कर माफी मांगी, पैर छुए।

गौरतलब है कि शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात (11-12 अप्रैल की दरमियानी रात) को रुद्राक्ष शुक्ला अपने समर्थकों के साथ दर्शन करने के लिए रात करीब 12:30 बजे माताजी टेकरी पहुंचा था। जहां मां चामुण्डा देवी मंदिर के पट खुलवाने को लेकर पुजारी पुत्र उपदेश नाथ से विवाद हुआ था। रुद्राक्ष की 7 गाड़ियों का काफिला शंख द्वार से हूटर बजाते हुए, चमचमाती लाल बत्ती में टेकरी पहुंचा था। जिसमें रुद्राक्ष के साथी गाड़ियों में लटकते हुए वीडियो बनाते नजर आ रहे थे।

दो अलग-अलग एफआईआर

इस मामले में पुलिस ने 12 और 13 अप्रैल को दो अलग- अलग FIR दर्ज की थी। 12 अप्रैल को पुजारी पुत्र की शिकायत पर रुद्राक्ष के समर्थक जीतू रघुवंशी के खिलाफ गाली गलौच, मारपीट करने और धमकी देने की धाराओं में केस दर्ज किया गया था। लाल बत्ती लगे कारों के काफिले को लेकर चालकों और वाहन मालिकों के खिलाफ FIR दर्ज की थी। लेकिन रुद्राक्ष का नाम किसी FIR में शामिल नहीं था।

इस मामले के तूल पकड़ता देख पुलिस ने जांच के दौरान सोमवार रात रुद्राक्ष और उसके अन्य साथियों के नाम केस में शामिल कर उन्हें भी आरोपी बनाया था। मामले में रुद्राक्ष समेत कुल 9 आरोपी बनाए गए है।

पांच लोगों की हुई गिरफ्तारी

रुद्राक्ष की गिरफ्तारी के बाद मीडिया से बातचीत में एडिशनल एसपी जयवीर सिंह भदौरिया ने बताया कि पांच लोगों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की गई है। इनमें इंदौर निवासी अमन, लोकेश, मनीष, अनिरुद्ध और रुद्राक्ष शामिल हैं। थाने में गिरफ्तारी के बाद आरोपियों को मुचलके पर छोड़ दिया गया। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ गवाह के समक्ष कार्रवाई की। वैधानिक प्रक्रिया पूरी की गई।

रुद्राक्ष की कार जब्त

पुलिस ने रुद्राक्ष की इंदौर पासिंग सफेद फॉर्च्यूनर MP 09 WL 0009 को भी जब्त कर लिया है। इस तरह अब टेकरी पर पहुंचे काफिले की 7 में से 5 गाड़ियां भी जब्त हो गई है। काफिले में शामिल अन्य वाहनों की जांच जारी है। पुलिस का कहना है कि जांच के दौरान और आरोपियों की संख्या बढ़ सकती है। वहीं, रुद्राक्ष के साथ आए वकील का कहना है कि आरोप निराधार है। पूरा मीडिया ट्रायल चला।

आलाकमान की सख्ती के बाद बदली रणनीति बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, मामले को शांत करने के लिए पहले यह तय किया गया था कि विधायक गोलू शुक्ला और रमेश मेंदोला देवास जाकर पुजारी और उनके परिवार से मिलेंगे। इसकी सूचना जनसंपर्क के माध्यम से जारी भी की गई थी। लेकिन जब यह जानकारी संगठन तक पहुंची तो इसे रोक दिया गया। कहा गया कि विधायक पार्टी का चेहरा हैं, उनके जाने से पार्टी की छवि प्रभावित हो सकती है।

इसके बाद तय हुआ कि रुद्राक्ष शुक्ला स्वयं देवास जाकर पहले थाने में सरेंडर करेंगे और फिर पुजारी से क्षमा मांगेंगे।

संगठन मंत्री की बैठक में हुआ अंतिम निर्णय बीजेपी संगठन मंत्री हितानंद शर्मा ने इस पूरे मुद्दे को लेकर इंदौर के भाजपा कार्यालय में दो घंटे तक बैठक की। इसमें प्रदेश पदाधिकारी, विधायक, जिला अध्यक्ष और पूर्व अध्यक्ष शामिल हुए। बैठक में हितानंद शर्मा ने स्पष्ट कहा कि अब इस विवाद पर किसी भी नेता को बयानबाजी नहीं करनी है।

उन्होंने निर्देश दिए कि विधायक गोलू शुक्ला खुद को और पार्टी को विवादों से बचाएं। बेटे रुद्राक्ष को भी शांत रहने के लिए कहें। संगठन चाहता है कि अब मामला पूरी तरह शांत हो और मीडिया में इसे लेकर कोई नई प्रतिक्रिया न आए।

चार दोस्त और चाचा के साथ पहुंचे थे थाने रुद्राक्ष शुक्ला मंगलवार शाम 7:40 बजे अपने दोनों चाचा बब्बी शुक्ला और कमल शुक्ला के साथ देवास के कोतवाली थाने पहुंचे। उनके साथ चार अन्य साथी- अनिरुद्ध पंवार, अमन शुक्ला, लोकेश चांदवानी और मनीष तेजवानी भी मौजूद थे।

एएसपी जयवीर सिंह भदौरिया ने बताया कि सभी पांचों आरोपियों की गिरफ्तारी की प्रक्रिया पूरी कर ली गई। इसके बाद सभी को निजी मुचलके पर जमानत दी गई।

इससे पहले 12 अप्रैल को देर रात पुलिस ने रुद्राक्ष समेत 9 आरोपियों पर केस दर्ज किया था। इनमें इंदौर के अमन शुक्ला, हनी, उज्जैन के लोकेश चंदवानी, मनीष तेजवानी, अनिरुद्ध सिंह पंवार, देवास के जीतू रघुवंशी, सचिन और प्रशांत के नाम शामिल हैं।

 

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